PM Fasal Bima Yojana 2025: अब बिना चिंता के उगाइए फसल, फसल की नो टेंशन! सिर्फ 31 जुलाई तक है मौका

किसान सिर्फ खेत में फसल नहीं उगाता, वो परिवार की उम्मीदें, देश का भविष्य और समाज का अन्नदाता होता है। लेकिन जब फसल पर मौसम की मार पड़े, तो उसके दर्द को सिर्फ वही जानता है। ऐसे वक्त में अगर सरकार उसके साथ खड़ी हो, तो वो न सिर्फ राहत की सांस लेता है बल्कि नए हौसले से खेतों में लौटता है।

इसी सोच के साथ केंद्र सरकार ने शुरू की थी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, और आज यह योजना फिर से किसानों के लिए एक नई उम्मीद बनकर सामने आई है।

कम प्रीमियम, बड़ा फायदा – लेकिन समय है सीमित

31 जुलाई 2025 तक यदि आपने इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, तो शायद आप एक बड़े सुरक्षा कवच से वंचित रह जाएंगे। बेहद कम प्रीमियम देकर आप अपनी फसल को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों, अत्यधिक बारिश या सूखे से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।

इस योजना में ऐसा कोई झंझट नहीं है जो किसान को डरा दे – ना भारी कागजी कार्यवाही, ना कोई लंबी प्रतीक्षा। बस एक बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके, आप अपने खेतों को बीमा सुरक्षा के दायरे में ला सकते हैं।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन – जानिए आसान प्रक्रिया

इस बार आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है, जिससे आप घर बैठे कुछ मिनटों में रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकते हैं।

आपको बस जाना है pmfby.gov.in वेबसाइट पर। वहां जाकर “Farmer Corner” पर क्लिक करें, अपनी जानकारी भरें, ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें और आवेदन सबमिट करें। पेमेंट का विकल्प भी यहीं मिलेगा, जिसे आप तुरंत या बाद में कर सकते हैं।

पूरा फॉर्म भरने के बाद आप अपनी रसीद डाउनलोड या प्रिंट भी कर सकते हैं। यानी पूरी प्रक्रिया सरल, डिजिटल और पारदर्शी है – जो हर किसान के लिए भरोसे की बात है।

अगर आप नहीं करेंगे तो क्या होगा?

अगर आपने समय रहते रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, और फसल को किसी आपदा का सामना करना पड़ा, तो नुकसान की भरपाई का कोई रास्ता नहीं बचेगा। बीमा योजना उन किसानों के लिए नहीं है जो तय समय सीमा से बाहर आवेदन करते हैं या जिनकी भूमि योजना में अधिसूचित क्षेत्र में नहीं आती।

इसके अलावा, अगर फसल का नुकसान बुवाई के समय से संबंधित नहीं है, या फसल चक्र के बाहर होता है, तो भी मुआवज़ा नहीं मिलेगा। इसलिए जरूरी है कि हर किसान समय रहते योजना में शामिल हो और अपने खेत का भविष्य सुरक्षित करे।

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