प्रत्येक महीना कितना रुपया का SIP करने पर 4 साल में ₹15 लाख जमा होंगे? SIP Tips

SIP Tips : SIP इसका मतलब होता है कि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लेन में निवेशकों रेगुलर बेसिस पर निर्धारित किया गया रकम निवेश करने की आवश्यकता होती है। SIP म्युचुअल फंड एवं ट्रेडिंग अकाउंट या किसी रिटायरमेंट अकाउंट में होता है।

SIP मैं आप सभी निर्धारित किया गया राशि प्रत्येक महीना बचत करते हैं और निवेश करते हैं। काफी बड़ी खुशखबरी यह है कि इसके द्वारा अधिक समय में बड़ा फंड प्राप्त किया जा सकता है।

हमारा देश भारत में SIP अधिक पॉपुलर म्युचुअल फंड के मामले में हो चुका है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट के द्वारा कहा जा रहा है कि म्यूचुअल फंड एसआईपी में 12% औसत सालाना रिटर्न लॉन्ग टर्म में प्राप्त होता है।

शेयर मार्केट में निवेश

प्रत्येक निवेशकों के द्वारा रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार ही म्युचुअल फंड कैटेगरी का चुनाव किया जा सकता है। यह तीन प्रकार का होता है जिसमें इक्विटी फंड, डेट फंड एवं हाइब्रिड फंड को शामिल किया गया है। जानकारी सामने निकल आ रहा है कि इसके द्वारा लॉन्ग टर्म में अधिक रिटर्न प्राप्त हो सकेगा।

मुख्य रूप से इस फंड के द्वारा शेयर मार्केट में निवेश किया जाता है। आपको बताना चाहूंगा इक्विटी फंड चार प्रकार का होता है जिसमें लार्ज कैंप, मिड कैंप, स्मॉल कैप और मल्टी कैप फंड शामिल हो चुका है।

जाने किसमें रिस्क कम है

आपको जानकारी के लिए बता दे कि यदि इक्विटी फंड में निवेश करने का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं तो डेट फंड आपके लिए बेहतरीन विकल्प है इसके साथ ही हाइब्रिड फंड भी बेहतरीन विकल्प है। डेट फंड में इक्विटी और हाइब्रिड दोनों फंड के मुकाबले काफी रिस्क कम होता है।

इस फंड के द्वारा डेट एवं फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है, यह मुख्ता तीन प्रकार का होता है जिसमें लिक्विड फंड अल्ट्रासाउंड टर्म फंड एवं शॉर्ट टर्म फंड शामिल है। साथ ही साथ हाइब्रिड फंड इक्विटी एवं डेट दोनों में पैसा लगाने का कार्य करता है।

अगर आप इक्विटी फंड में निवेश करने का जोखिम नहीं उठा सकते, तो डेट फंड और हाइब्रिड फंड का विकल्प देख सकते हैं। डेट फंड में रिस्क इक्विटी और हाइब्रिड फंड दोनों से कम रहता है। कम रिस्क के साथ ही यहां रिटर्न भी कम मिलता है।

ये फंड बॉन्ड और फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं। ये फंड 3 तरह के होते हैं- लिक्विड फंड, अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड और शॉर्ट टर्म फंड। वहीं, हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट दोनों में पैसा लगाते हैं।

डेट फंड की तुलना में अधिक रिटर्न इसमें प्राप्त होगा यह बहुत सारा तरह का होता है, उदाहरण के तौर पर कंजर्वेटिव हाइब्रिड, बैलेंस्ड हाइब्रिड एवं एग्रेसिव फंड इसमें शामिल है।

₹15 लख रुपए के लिए कितना निवेश करें?

यदि आपको 4 साल बाद 15 लख रुपए की आवश्यकता है तो म्युचुअल फंड SIP में प्रत्येक महीने निवेश कीजिए। प्रत्येक महीने अपनी सैलरी का एक हिस्सा SIP में इनवेस्ट करेंगी तो बहुत ही बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। अर्थात सिर्फ 4 साल में 15 लाख रुपया का फंड बन जाएगा।

यदि म्युचुअल फंड एसआईपी में प्रत्येक महीना ₹25000 निवेश करेंगे तो आपके पास सिर्फ 4 साल में ₹15,25,382 प्राप्त हो सके। जोकि 12 लाख रुपया निवेश राशि इसमें शामिल है एवं ₹3,25,382 रुपया ब्याज शामिल है। हम यहां पर प्रत्येक वर्ष के हिसाब से 12% ब्याज दर लिए हैं।

(डिस्क्लेमर: आज का यह पोस्ट सिर्फ जानकारी मात्र है इस पोस्ट में दिया गया जानकारी अन्य मीडिया स्रोत पर आधारित है। आपके लिए जरूरी सूचना है कि बिना किसी निवेश सलाहकार से परामर्श लिए कोई भी म्युचुअल फंड में निवेश न करें।

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